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Ghaziabad Restaurant Blast: गाजियाबाद में पिज्जा रेस्तरां में माइक्रोवेव धमाके से मचा हड़कंप, पिता और दो बेटे गंभीर रूप से झुलसे

Ghaziabad Restaurant Blast: गाजियाबाद में पिज्जा रेस्तरां में माइक्रोवेव धमाके से मचा हड़कंप, पिता और दो बेटे गंभीर रूप से झुलसे

गाजियाबाद के विजयनगर थाना क्षेत्र में रविवार देर रात एक पिज्जा रेस्तरां में बड़ा हादसा हो गया। प्रताप विहार इलाके में स्थित रेस्तरां में खाना बनाते समय माइक्रोवेव ओवन अचानक जोरदार धमाके के साथ फट गया, जिससे वहां मौजूद लोगों में अफरातफरी मच गई। धमाके की चपेट में आने से एक व्यक्ति और उसके दो बेटे गंभीर रूप से झुलस गए। घटना के बाद मौके पर हड़कंप मच गया और आस-पास के लोग घायलों की मदद के लिए दौड़ पड़े।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा उस समय हुआ जब 36 वर्षीय भूपेंद्र कुमार अपने दो बेटों—शौर्य (12) और ध्रुव (11)—के साथ पिज्जा खाने के लिए प्रताप विहार स्थित रेस्तरां पहुंचे थे। खाना तैयार किया जा रहा था तभी माइक्रोवेव ओवन में तेज धमाका हुआ। धमाका इतना शक्तिशाली था कि आसपास के टेबल-कुर्सियां उड़ गईं और रेस्तरां में धुआं भर गया। भूपेंद्र और उनके दोनों बेटे पास में बैठे होने के कारण सीधे विस्फोट की चपेट में आ गए। तीनों गंभीर रूप से झुलस गए और मौके पर चीख-पुकार मच गई।
घटना की सूचना मिलते ही भूपेंद्र के भाई दिगेश कुमार मौके पर पहुंचे और घायलों को प्रताप विहार के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। इसके बाद उन्होंने डायल-112 के जरिए पुलिस को सूचना दी। दिगेश ने रेस्तरां संचालक पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि रेस्तरां के माइक्रोवेव में लंबे समय से खराबी थी, लेकिन स्टाफ ने उसकी मरम्मत नहीं कराई। हादसे के बाद भी रेस्तरां कर्मचारियों ने तत्काल कोई मदद नहीं की।

विजयनगर थाना पुलिस ने घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके का निरीक्षण किया। एसीपी कोतवाली रितेश त्रिपाठी ने बताया कि हादसे की जांच की जा रही है और तकनीकी टीम को भी बुलाया गया है ताकि माइक्रोवेव विस्फोट के कारणों का पता लगाया जा सके। शुरुआती जांच में संभावना जताई जा रही है कि या तो ओवन में अत्यधिक गर्मी के कारण गैस जमा हो गई थी या फिर बिजली के शॉर्ट सर्किट से यह विस्फोट हुआ।
माइक्रोवेव ओवन एक रसोई उपकरण है जो खाने को गर्म करने या पकाने के लिए माइक्रोवेव रेडिएशन का उपयोग करता है। यह तकनीक पानी के अणुओं को कंपन में लाकर गर्मी उत्पन्न करती है, जिससे खाना तेजी से और समान रूप से पक जाता है। लेकिन अगर इसमें कोई तकनीकी खराबी हो या गलत उपयोग किया जाए, तो यह गंभीर हादसे का कारण बन सकता है।
फिलहाल तीनों झुलसे लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। डॉक्टरों के अनुसार, भूपेंद्र के शरीर का 60 प्रतिशत हिस्सा और दोनों बच्चों का 40 से 50 प्रतिशत हिस्सा झुलस गया है। पुलिस ने रेस्तरां संचालक से पूछताछ शुरू कर दी है और घटना के समय मौजूद कर्मचारियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
यह घटना एक बार फिर इस बात की चेतावनी देती है कि सार्वजनिक स्थलों पर उपयोग होने वाले इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की नियमित जांच कितनी आवश्यक है। एक छोटी सी लापरवाही बड़े हादसे में बदल सकती है।

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