Kannauj Bus Accident: लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर बड़ा हादसा, बेकाबू स्लीपर बस पलटी, एक श्रद्धालु की मौत, 55 घायल

Kannauj Bus Accident: लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर बड़ा हादसा, बेकाबू स्लीपर बस पलटी, एक श्रद्धालु की मौत, 55 घायल
लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर एक भीषण सड़क हादसा हो गया, जिसमें राजस्थान के बालाजी मंदिर से लौट रही एक स्लीपर बस अनियंत्रित होकर पलट गई। इस हादसे में एक श्रद्धालु की मौत हो गई, जबकि 55 लोग घायल हो गए। घायलों में कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। घटना के तुरंत बाद पुलिस और प्रशासन हरकत में आया और सभी घायलों को नजदीकी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। जिला अधिकारी (DM) शुभांशु शुक्ला और पुलिस अधीक्षक (SP) विनोद कुमार ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और राहत-बचाव कार्यों को तेज किया।
यह हादसा शनिवार की रात तब हुआ जब सिद्धार्थनगर और नेपाल के करीब 70 श्रद्धालु एक प्राइवेट स्लीपर बस से राजस्थान के प्रसिद्ध बालाजी मंदिर में दर्शन कर लौट रहे थे। बस लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे से गुजर रही थी कि अचानक कन्नौज के तिर्वा इलाके में इसका टायर फट गया। बस की रफ्तार तेज होने के कारण चालक ने नियंत्रण खो दिया और वाहन बेकाबू होकर डिवाइडर से टकराने के बाद गहरी खाई में जा पलटा।
बस के पलटते ही यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। अंधेरे और अफरातफरी के माहौल में घायल यात्री मदद की गुहार लगाने लगे। स्थानीय लोगों और हाईवे पेट्रोलिंग टीम की मदद से घायलों को बाहर निकाला गया। इस दौरान पता चला कि एक श्रद्धालु की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया। जिले के वरिष्ठ अधिकारी भी तुरंत दुर्घटनास्थल पर पहुंचे और घायलों को तिर्वा मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया।
हादसे के बाद अस्पताल में भर्ती कई श्रद्धालुओं की हालत गंभीर बनी हुई है। डॉक्टरों की एक विशेष टीम उनके इलाज में जुटी हुई है। जिला प्रशासन ने घायलों के परिजनों को सूचना देने के लिए हेल्प डेस्क भी बनाई है ताकि वे जल्द से जल्द अस्पताल पहुंच सकें।
इस दर्दनाक हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की तेज रफ्तार आए दिन दुर्घटनाओं का कारण बन रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि टायर फटने की घटनाएं आमतौर पर खराब सड़कें, अधिक भार या वाहन के नियमित रखरखाव में कमी के कारण होती हैं। इस मामले में भी जांच की जा रही है कि दुर्घटना का असली कारण क्या था और क्या बस के मेंटेनेंस में कोई लापरवाही बरती गई थी।
जिला प्रशासन ने घायलों को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है। सरकार की ओर से दुर्घटना में मारे गए श्रद्धालु के परिवार को मुआवजा देने और घायलों के इलाज का पूरा खर्च उठाने की घोषणा की गई है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या बस चालक की कोई लापरवाही तो नहीं थी, और क्या बस में सुरक्षा मानकों का सही से पालन किया गया था।
यह हादसा उन तमाम यात्रियों के लिए एक चेतावनी है जो लापरवाही से सफर करते हैं और बिना जांचे-परखे लंबी दूरी की बस सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं। प्रशासन ने एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की नियमित जांच बढ़ाने और हाईवे पर पेट्रोलिंग को और सख्त करने की बात कही है ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सके।