Gaza-Israel: गाजा में इजरायली बमबारी से तबाही, स्कूल पर हमला, महिलाओं-बच्चों समेत 100 की मौत

Gaza-Israel: गाजा में इजरायली बमबारी से तबाही, स्कूल पर हमला, महिलाओं-बच्चों समेत 100 की मौत
इजरायल और गाजा के बीच जारी संघर्ष एक बार फिर भयावह मोड़ पर पहुंच गया है। गुरुवार को इजरायल की वायुसेना ने उत्तरी गाजा में दो स्कूलों पर बमबारी की, जिसमें 33 लोगों की मौत हो गई। मारे गए लोगों में बड़ी संख्या में बच्चे और महिलाएं शामिल हैं। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार इन स्कूलों को शरणार्थियों के लिए आश्रय स्थल में तब्दील किया गया था और हमले के वक्त अधिकांश बच्चे कक्षाओं में मौजूद थे। कुछ घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिससे मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
संयुक्त राष्ट्र और कई अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने विशेष रूप से बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई और कहा कि युद्ध के दौरान बच्चों को निशाना बनाना मानवता के खिलाफ है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि धमाके अचानक हुए और उस वक्त बच्चे पढ़ाई में लगे थे। पूरा इलाका भय और चीख-पुकार से भर गया।
संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि 5 से 15 साल की उम्र के बच्चे इन हमलों का शिकार हुए हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि युद्ध को तत्काल रोका जाए और संघर्षग्रस्त क्षेत्रों में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। यह हमला इस बात का प्रतीक है कि युद्ध का सबसे बड़ा खामियाजा मासूम नागरिकों को भुगतना पड़ता है, खासकर वे जो पहले ही अपने घरों से बेघर होकर स्कूलों में पनाह लिए हुए थे।
इजरायल और फिलिस्तीन के बीच दशकों से चल रहा संघर्ष बार-बार हिंसक मोड़ लेता रहा है। इस संघर्ष की जड़ें जमीन और राजनीतिक नियंत्रण में हैं, जिसने पूरे क्षेत्र को अस्थिर बनाए रखा है। मौजूदा दौर की लड़ाई 7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुई थी, जब हमास ने इजरायल पर बड़ा हमला किया था। उस हमले में करीब 1200 इजरायली नागरिक मारे गए थे, जिसके बाद से इजरायल ने गाजा में जबरदस्त सैन्य कार्रवाई शुरू कर दी।
गाजा में हो रही लगातार बमबारी और आम नागरिकों की मौत ने पूरी दुनिया को झकझोर दिया है। बच्चों, महिलाओं और बेगुनाहों पर हो रहे हमलों ने युद्ध की भयावहता और मानवीय त्रासदी को उजागर कर दिया है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय से उम्मीद की जा रही है कि वह जल्द हस्तक्षेप करे और इस खूनखराबे को रोकने की दिशा में ठोस कदम उठाए।