Delhi Road Accident: ओल्ड राजेंद्र नगर में रफ्तार का कहर, UPSC के 5 अभ्यर्थियों सहित 7 घायल, छात्रों ने किया प्रदर्शन

Delhi Road Accident: ओल्ड राजेंद्र नगर में रफ्तार का कहर, UPSC के 5 अभ्यर्थियों सहित 7 घायल, छात्रों ने किया प्रदर्शन
राजधानी दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में मंगलवार शाम एक दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। एक तेज रफ्तार कार ने सड़क पर पैदल चल रहे लोगों को बेरहमी से टक्कर मार दी, जिसमें संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की तैयारी कर रहे पांच अभ्यर्थियों समेत सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस घटना से न केवल स्थानीय लोगों में भय व्याप्त हो गया बल्कि छात्रों का आक्रोश भी भड़क उठा।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के समय कार तेज रफ्तार में थी और चालक ने पूरी तरह से वाहन पर नियंत्रण खो दिया था। वाहन सड़क किनारे चल रहे छात्रों को रौंदते हुए तेजी से बढ़ा, जिससे घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। इस हादसे में एक महिला समेत सात लोग घायल हुए हैं, जिन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। कुछ घायलों की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
घटना के बाद का वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें अफरा-तफरी, घायल अभ्यर्थी और प्रदर्शन करते छात्रों के दृश्य देखे जा सकते हैं।
स्थानीय लोगों और मौजूद छात्रों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। दुर्घटना के तुरंत बाद लोगों ने चालक को मौके पर ही पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
दुर्घटना से आक्रोशित UPSC अभ्यर्थियों ने बड़ा बाजार रोड को पूरी तरह जाम कर दिया और धरने पर बैठ गए। छात्रों की मांग है कि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए और क्षेत्र में सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए जाएं।
प्रदर्शन कर रहे एक छात्र ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “हर दिन करीब 10,000 छात्र इस इलाके से गुजरते हैं। अगर हम सुरक्षित होकर सड़क पर चल ही नहीं सकते तो पढ़ाई कैसे करेंगे? यहां ओवरस्पीडिंग, नशे में गाड़ी चलाना आम बात है। लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं देता। हम कब तक खतरे में रहेंगे?”
ओल्ड राजेंद्र नगर UPSC अभ्यर्थियों का प्रमुख केंद्र है, जहां देशभर से छात्र रहकर तैयारी करते हैं। यह इलाका लंबे समय से ट्रैफिक अव्यवस्था और लचर सड़क सुरक्षा के कारण सुर्खियों में रहा है, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी है।
यह कोई पहला मामला नहीं है जब तेज रफ्तार ने जानलेवा रूप लिया हो। हाल ही में 30 मार्च को नोएडा के सेक्टर 94 में भी एक लैंबॉर्गिनी कार ने फुटपाथ पर बैठे दो श्रमिकों को टक्कर मार दी थी। हादसे में दोनों श्रमिक गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
ओल्ड राजेंद्र नगर की घटना ने एक बार फिर राजधानी में सड़क सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यदि जल्द ही प्रशासन ने सख्त कदम नहीं उठाए, तो भविष्य में ऐसी घटनाएं और भी भयावह हो सकती हैं। छात्रों की सुरक्षा को लेकर अब निर्णायक कार्रवाई की ज़रूरत है।