Robert Vadra Case: ED के दूसरे समन पर रॉबर्ट वाड्रा का पलटवार, बोले- 20 साल से कुछ नहीं मिला, यह राजनीतिक बदले की कार्रवाई है

Robert Vadra Case: ED के दूसरे समन पर रॉबर्ट वाड्रा का पलटवार, बोले- 20 साल से कुछ नहीं मिला, यह राजनीतिक बदले की कार्रवाई है
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के पति और व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक बार फिर तलब किया है। लैंड डील से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ED ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत दूसरा समन जारी करते हुए आज यानी 15 अप्रैल को पूछताछ के लिए उपस्थित होने का निर्देश दिया है। इससे पहले 8 अप्रैल को भी वाड्रा को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन वे उस समय एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए थे।
ED की जांच कथित रूप से वाड्रा की फर्म स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी से जुड़ी वित्तीय अनियमितताओं को लेकर हो रही है। जांच एजेंसी का कहना है कि इस कंपनी के जरिए लैंड डील के मामले में संदिग्ध लेन-देन हुए हैं और पिछले साल इसी संदर्भ में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया गया था। वाड्रा की लगातार अनुपस्थिति को देखते हुए यह दूसरा समन जारी किया गया है।
आज समन के जवाब में रॉबर्ट वाड्रा अपने आवास से प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर तक पैदल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत में केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला और आरोप लगाया कि जांच एजेंसियों का इस्तेमाल राजनीतिक बदले की भावना से किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “मुझे अब तक नहीं पता कि मेरा दोष क्या है। पिछले 20 सालों से जांच एजेंसियां मुझे खंगाल रही हैं, लेकिन उन्हें कुछ भी नहीं मिला। अगर उनके पास कुछ है, तो उसे सामने लाया जाए।”
वाड्रा ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि वे किसी भी जांच से डरने वाले नहीं हैं और उनके पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि आखिर कब तक उन्हें इसी तरह समन भेजकर परेशान किया जाएगा। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ इसलिए किया जा रहा है क्योंकि मैं एक राजनीतिक परिवार से जुड़ा हूं। जब-जब चुनाव करीब आते हैं या सरकार पर सवाल उठते हैं, तभी मुझे घसीटा जाता है।”
रॉबर्ट वाड्रा इससे पहले भी कई बार प्रवर्तन निदेशालय के सवालों का सामना कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस सबूत सार्वजनिक नहीं हुए हैं। वहीं, सरकार समर्थित सूत्रों का कहना है कि जांच एजेंसी के पास मजबूत सबूत हैं और कानून अपना काम कर रहा है।
इस पूरे घटनाक्रम के बीच राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है। कांग्रेस पार्टी ने वाड्रा के खिलाफ की जा रही कार्रवाई को “राजनीतिक उत्पीड़न” बताया है और कहा है कि मोदी सरकार अपने विरोधियों को डराने के लिए एजेंसियों का इस्तेमाल कर रही है।
अब देखने वाली बात यह होगी कि आज की पूछताछ में ED क्या नए तथ्य जुटा पाती है और रॉबर्ट वाड्रा अपनी सफाई में क्या जवाब देते हैं। इस मामले पर पूरे देश की निगाहें टिकी हैं, क्योंकि यह सिर्फ एक व्यक्ति की जांच नहीं बल्कि सत्ता और विपक्ष के बीच लगातार चल रहे टकराव का प्रतीक बन गया है।