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Arvind Kejriwal: भगत सिंह और बाबा साहब के विचारों पर हमला बर्दाश्त नहीं: अरविंद केजरीवाल

Arvind Kejriwal: भगत सिंह और बाबा साहब के विचारों पर हमला बर्दाश्त नहीं: अरविंद केजरीवाल

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उनकी पार्टी हमेशा भगत सिंह और बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के विचारों पर चलेगी और उनके आदर्शों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली में नई सरकार बनते ही सबसे पहला निर्णय भगत सिंह और बाबा साहब की तस्वीरों को हटाने का लिया गया, जबकि जनता की भलाई से जुड़े मुद्दों को नजरअंदाज कर दिया गया।

उन्होंने कहा कि जब आम आदमी पार्टी की सरकार दिल्ली और पंजाब में बनी, तब उन्होंने हर सरकारी दफ्तर में भगत सिंह और बाबा साहब की तस्वीरें लगाई थीं ताकि सरकारी अधिकारी और जनता प्रेरित हो सकें। लेकिन जैसे ही सत्ता बदली, इन तस्वीरों को हटा दिया गया और उनकी जगह नई सरकार ने अपने नेताओं की तस्वीरें लगा दीं। उन्होंने इस फैसले को सिर्फ तस्वीरों तक सीमित न बताते हुए इसे उन विचारों पर सीधा प्रहार करार दिया जिन पर देश की नींव टिकी हुई है।

केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने जब भगत सिंह और बाबा साहब को सम्मान देने का फैसला किया था, तब कांग्रेस ने यह सवाल खड़ा किया था कि महात्मा गांधी की तस्वीर क्यों नहीं लगाई गई। लेकिन अब जब नई सरकार ने भगत सिंह और बाबा साहब की तस्वीरें हटा दी हैं, तब कांग्रेस ने चुप्पी साध ली है। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट करता है कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ही भ्रम की स्थिति में हैं और इनकी विचारधारा अस्थिर है।

उन्होंने 23 मार्च के शहीद दिवस के अवसर पर भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि इन महान स्वतंत्रता सेनानियों ने देश के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया था। उन्होंने कहा कि भगत सिंह केवल अंग्रेजों से आजादी ही नहीं चाहते थे, बल्कि वह एक समान और न्यायसंगत समाज की स्थापना के लिए भी संघर्ष कर रहे थे। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भगत सिंह का सपना था कि समाज में कोई भेदभाव न हो और हर गरीब को उसका अधिकार मिले, लेकिन आज भी देश में वे ही समस्याएं बनी हुई हैं जिनके खिलाफ उन्होंने आवाज उठाई थी।

केजरीवाल ने कहा कि उनके अपने घर में भी भगत सिंह और बाबा साहब की तस्वीरें लगी हुई हैं, और जब उनकी सरकार सत्ता में थी, तब हर सरकारी दफ्तर में भी इन महापुरुषों की तस्वीरें लगी थीं। उन्होंने नई सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनके लिए सबसे बड़ा मुद्दा यह नहीं था कि जनता से किए गए वादे पूरे किए जाएं, बल्कि यह था कि सबसे पहले भगत सिंह और बाबा साहब की तस्वीरें हटाई जाएं। उन्होंने इसे एक सोची-समझी साजिश बताते हुए कहा कि यह केवल तस्वीरों को हटाने की बात नहीं, बल्कि उन विचारों पर हमला है जिनकी बुनियाद पर यह देश खड़ा हुआ है।

आम आदमी पार्टी के नेता ने कहा कि उनकी पार्टी हर हाल में भगत सिंह और बाबा साहब के विचारों को आगे बढ़ाएगी और उनके सपनों को साकार करने के लिए संघर्ष जारी रखेगी। उन्होंने देश के युवाओं से अपील की कि वे इन महापुरुषों के विचारों को अपनाएं और एक न्यायसंगत, समान और सशक्त समाज बनाने के लिए आगे आएं। उन्होंने कहा कि देश को सशक्त बनाने का एकमात्र रास्ता यही है कि हम भगत सिंह और बाबा साहब के विचारों पर चलें और एक ऐसे भारत का निर्माण करें जहां हर नागरिक को समान अवसर मिले और किसी के साथ भेदभाव न हो।

उन्होंने जनता से अपील की कि वे सरकार की इस नीति का विरोध करें और भगत सिंह व बाबा साहब के आदर्शों को बचाने के लिए आगे आएं। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी इस लड़ाई को हर स्तर पर लड़ेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि इन महापुरुषों के विचारों को कभी दबाया न जा सके।

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