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Pahalgam: पहलगाम हमले पर सन्नी कांत चीब का भावुक बयान – “अब और इंतज़ार नहीं, आतंकियों को उसी की ज़बान में जवाब दो”

Pahalgam: पहलगाम हमले पर सन्नी कांत चीब का भावुक बयान – “अब और इंतज़ार नहीं, आतंकियों को उसी की ज़बान में जवाब दो”

रिपोर्ट: हेमंत कुमार

कश्मीर घाटी के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में निर्दोष पर्यटकों को निशाना बनाया गया, जिसमें एक की मौत और कई लोग घायल हो गए। इस कायराना हरकत के बाद पूरे देश में शोक और आक्रोश की लहर फैल गई है। इस बीच सामाजिक कार्यकर्ता और युवा नेता सन्नी कांत चीब ने एक बेहद भावुक और तीखा बयान जारी किया है, जो न केवल इस हमले की निंदा करता है, बल्कि भारत सरकार और सेना से कठोर कार्रवाई की मांग भी करता है।

सन्नी कांत चीब ने अपने संबोधन की शुरुआत “जय हिंद, जय भारत” के उदघोष से की और कहा कि उन्हें यह कहते हुए बहुत दुःख हो रहा है कि पहलगाम में जो घटना हुई, उसने हर भारतीय को अंदर तक हिला कर रख दिया है। उन्होंने सवाल किया कि आखिर यह सिलसिला कब तक चलेगा, कब तक देश अपने ही नागरिकों को यूं आतंक का शिकार होते हुए देखेगा। उनका कहना था कि आतंकवादियों द्वारा बार-बार किए जा रहे हमलों के सामने हम क्यों बार-बार घुटने टेकते हैं। उन्होंने कहा कि यह एक घिनौना और कायराना कृत्य है, जिसकी हम सबको मिलकर कड़ी निंदा करनी चाहिए।

धर्म के नाम पर हो रही हत्याओं पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि आज भी कश्मीर घाटी में धर्म के नाम पर लोगों को मारा जा रहा है, और यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि अगर यही चलता रहा, तो और कितने मासूमों की जान जाएगी? कितने घर उजड़ेंगे? कितनी बहनों की मांग सूनी होगी और कितने बच्चे अपने माता-पिता को खो देंगे?

सन्नी कांत चीब ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से अपील करते हुए कहा कि जो अत्याधुनिक हथियार, राफेल विमान, फाइटर जेट्स और तोपें सेना को दी गई हैं, उन्हें सिर्फ प्रदर्शनी के लिए मत रखें। उन्होंने कहा कि सेना को अब खुली छूट दी जानी चाहिए, ताकि वे आतंकियों के घरों में घुसकर उन्हें समाप्त कर सकें। उन्होंने आरोप लगाया कि आज हमारे सैनिकों के हाथ बंधे हुए हैं, जिन्हें अब खोलने की ज़रूरत है।

उन्होंने कहा कि जो निर्दोष लोग मारे गए हैं, वे न्याय की मांग नहीं कर सकते, लेकिन उनकी आत्मा को सुकून तभी मिलेगा जब उनके हत्यारों को उनके ही तरीके से खत्म किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अब और इंतज़ार नहीं किया जा सकता। यदि कोई आतंकी गतिविधि पहलगाम या किसी अन्य क्षेत्र में चल रही है, तो उन्हें तत्काल उनके अंजाम तक पहुंचाना चाहिए।

सन्नी कांत चीब का यह बयान पूरे देश के उस गुस्से और दर्द को आवाज़ देता है, जो अब केवल संवेदना या शोक नहीं चाहता, बल्कि निर्णायक और कठोर कार्रवाई की अपेक्षा करता है। पहलगाम में जो हुआ, वह केवल एक घटना नहीं, बल्कि एक चेतावनी है — और अब समय आ गया है कि आतंकवाद को उसकी भाषा में जवाब दिया जाए। जय हिंद, जय भारत।

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