दिल्ली के गान्धी शान्ति प्रतिष्ठान मे IPPCI Media.Org ने अपने चौथे वर्ष 100वे व्हाटशप ग्रुप का शुभारम्भ अपने सस्थापक अध्यक्ष नरेंद्र भण्डारी की मौजुदगी मे एक समारोह आयोजित कर किया। समारोह मे दिल्ली के अनेकों पत्रकार सगठनों, वरिष्ठ पत्रकारों, सामाजिक संगठनों व ट्रेड यूनियन नेताओं की भारी मौजुदगी रही। अनूप चौधरी, ह्रदयेश शर्मा, वी के शर्मा, प्रमोद सैनी, सुरैन्द्र वर्मा, मनोज वर्मा, दयानंद वत्स, विजय शर्मा, विनोद शर्मा व राजीव ने अपने संबोधन मे स्वीकार किया कि आने वाला समय ऑनलाइन व्हाट्सअप का है, बशर्ते इसका दुरूपयोग न हो। यह जितना सुविधा जनक है, उतना ही खतरनाक भी। फेक न्यूज सबसे ज्यादा खतरनाक है।जिस हेतु सावधानी की जरूरत है। उन्होंने पत्रकारों के सचेत रहने पर जोर दिया। कश्मीर मे व्हाट्सप का जो दुरूपयोग हुआ उसका उदाहरण भी दिया। समाज को सोशियल मीडिया सेअच्छी दिशा, सूचना व जानकारी मिले पत्रकाऱो को इस पर ध्यान का आग्रह किया। जिससे जन का इस पर विश्वास बडे। आने वाले समय मे डिजिटल सेवा के प्रभुत्व को स्वीकार किया गया व इसे सही दिशा व सूचना का आदान प्रदान का माध्यम बताया गया।
इस अवसर पर तरुण भल्ला का मीडिया के लिये लिखा गीत – हम हैं आवाम की आवाज, जन जन की आवाज हैं हम, हम हैं आवाम
की आवाज, हर तबके की निगाह हैं हम, का लोकार्पण भी किया गया।
IPPCI सस्थापक अध्यक्ष नरेन्द्र भण्डारी ने अपने सम्बोधन मे आनलाइन के बढ़ते प्रभाव व इसकी महत्ता पर प्रकाश डाला व युवाओं से इसे आगे बढ़ाने का आह्वान किया। यह भी आह्वान किया कि सोशल मीडिया को हावी न होने दे। युवाओं को उन्होंने अवगत कराया कि भविष्य मे मौबाईल जरनालिज्म या मौबाईल जर्नालिस्ट न्यूज कास्टर नाम से जाने जायेगे। देश के बड़े इलेक्ट्रॉनिक मीडिया चैनलो के वर्ग विभाजन की नीतियों का भंडारी ने विरोध किया। उन्होंने कहा कि पत्रकारों का काम समाज को सही दिशा देना है, न कि माहोल खराब करना।