????????????????☎ वर्किंग जॉर्नलिस्ट्स ऑफ इंडिया, सम्बद्ध भारतीय मजदूर संघ, की तरफ से देशभर में चलाए जा रहे मीडिया रिफार्म अभियान ओर दिल्ली के प्रेस एरिया में कई गयी पत्रकारो की ऐतिहासिक हुई खुली चर्चा के बाद मोदी सरकार की नींद उड़ी। सरकार को लगा कि मीडियाकर्मियों की आवाज को दबाना ओर उनकी समस्याओं को लेकर चुप्पी साधे रखना उसके लिये अहितकर हो सकता है। उसे देखते हुए , आज DAVP के फॉर्म में प्रकाशको से सिर्फ उनका GST नंबर ही पूछा गया है। इससे पहले उनसे पेपर की खरीद ओर प्रिंटिंग के सभी GST वाले बिल मांगे जाते थे। आज के DAVP के फॉर्म से सैद्धान्तिक रूप से माना जा सकता है कि प्रिंट मीडिया पर अब जी एस टी लागू नही होगा। ये पत्रकारो की एकजुटता की एक बड़ी जीत मानी जा सकती है। यूनियन की तरफ से ऑनलाइन भरे जा रहे मीडिया रिफार्म फॉर्म में भी सो फीसद पत्रकारो ने राय जतायी है कि अखबार पर जी एस टी नही होना चाहिये। सभी साथियो को मुबारक। अनूप चौधरी, राष्ट्रीय अध्य्क्ष, नरेंद्र भंडारी, राष्ट्रीय महासचिव, वर्किंग जॉर्नलिस्ट्स ऑफ इंडिया

Narender Bhandari:
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