MP: गुना में हनुमान जयंती जुलूस पर पथराव से तनाव, BJP पार्षद के बेटे सहित कई घायल, थाने का घेराव

MP: गुना में हनुमान जयंती जुलूस पर पथराव से तनाव, BJP पार्षद के बेटे सहित कई घायल, थाने का घेराव
मध्य प्रदेश के गुना जिले में हनुमान जयंती के शुभ अवसर पर आयोजित जुलूस के दौरान अचानक हालात हिंसक हो गए, जब एक विशेष समुदाय के लोगों द्वारा जुलूस पर पथराव किया गया। यह झड़प उस वक्त हुई जब जुलूस, ढोल-नगाड़ों और डीजे की धुनों के साथ नगर भ्रमण करते हुए एक स्थानीय मस्जिद के सामने से गुजर रहा था। जैसे ही मस्जिद के सामने डीजे की आवाज गूंजी, वहां मौजूद कुछ स्थानीय लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। प्रारंभिक विरोध के बाद स्थिति तनावपूर्ण होती गई और जल्द ही बहस ने उग्र रूप ले लिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मस्जिद के भीतर से अचानक जुलूस पर पथराव शुरू हो गया। जुलूस में शामिल लोगों ने भी जवाबी पथराव किया, जिससे माहौल तेजी से बिगड़ गया और पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। भगदड़ के हालात बन गए और कई लोग घायल हो गए, जिनमें भाजपा के एक पार्षद का बेटा भी शामिल है। तनाव बढ़ने पर बड़ी संख्या में पुलिस बल को मौके पर भेजा गया ताकि स्थिति को नियंत्रण में लाया जा सके।
पथराव और झड़प की सूचना मिलते ही प्रशासन ने तत्काल कदम उठाए। पुलिस ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया और संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बल तैनात कर दिया गया। घटना के विरोध में हिंदू संगठनों ने थाने का घेराव कर जोरदार प्रदर्शन किया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई। उन्होंने आरोप लगाया कि यह हमला पूर्वनियोजित था और धार्मिक भावनाओं को आहत करने की नीयत से किया गया।
गुना जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मान सिंह ठाकुर ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “घटना के बाद से ही हम लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और किसी भी तरह के उपद्रव को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पथराव करने वाले असामाजिक तत्वों की पहचान की जा चुकी है और कुछ को हिरासत में भी लिया गया है। सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल से वायरल वीडियो की मदद से आगे की कार्रवाई की जा रही है।”
एसएसपी ने यह भी बताया कि जिन इलाकों में झड़प हुई, वहां ड्रोन कैमरे और सीसीटीवी के जरिए निगरानी रखी जा रही है। इलाके में अभी शांति बनी हुई है, लेकिन प्रशासन सतर्क है और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। पुलिस ने आम नागरिकों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है।
यह घटना धार्मिक उत्सवों के दौरान पैदा होने वाले तनाव की एक गंभीर मिसाल बनकर सामने आई है, जहां समाज में समरसता बनाए रखने के लिए प्रशासन को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी पड़ती है। फिलहाल पूरे जिले में शांति है, लेकिन घटना के बाद उत्पन्न हुए तनाव को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।