Air India Crash: AI171 क्रैश: सरकार ने 3 महीने में जांच रिपोर्ट का दिया निर्देश, मंत्री भावुक, ब्लैक बॉक्स मिला, सुरक्षा जांच तेज
अहमदाबाद, 12 जून 2025 – अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रहे एयर इंडिया के विमान AI171 की भीषण दुर्घटना के बाद केंद्र सरकार ने जांच की प्रक्रिया को तेज कर दिया है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने शनिवार को एक विस्तृत प्रेस कॉन्फ्रेंस में हादसे से जुड़ी तमाम अहम जानकारियां साझा कीं।
जांच के लिए उच्चस्तरीय समिति गठित
मंत्री ने बताया कि विमान हादसे की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच के लिए गृह सचिव की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय समिति बनाई गई है। इसमें गृह मंत्रालय, नागरिक उड्डयन मंत्रालय, DGCA, BCAS, IAF, फोरेंसिक निदेशालय, IB, गुजरात सरकार और अहमदाबाद पुलिस सहित 10+ प्रमुख एजेंसियों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। यह समिति 3 महीने के भीतर रिपोर्ट देगी। समिति की पहली बैठक सोमवार को होगी।
ब्लैक बॉक्स बरामद, जांच में मदद की उम्मीद
नायडू ने पुष्टि की कि ब्लैक बॉक्स शुक्रवार शाम 5 बजे बरामद कर लिया गया है। इसकी डिकोडिंग से हादसे की असली वजहों का खुलासा होने की उम्मीद है। एएआईबी (Aircraft Accident Investigation Bureau) ने पहले ही दिन पांच सदस्यीय टीम भेज दी थी, जिसे बाद में फोरेंसिक और मेडिकल विशेषज्ञों के साथ विस्तारित किया गया।
टेकऑफ के 1 मिनट में विमान क्रैश
नागरिक उड्डयन सचिव समीर कुमार सिन्हा ने बताया कि फ्लाइट AI171 ने दोपहर 1:39 बजे टेकऑफ किया। 650 फीट की ऊंचाई तक पहुंचते ही विमान ने तेजी से ऊंचाई खोनी शुरू कर दी। सिर्फ 1 मिनट बाद पायलट ने MAYDAY कॉल दी और फिर एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क टूट गया। विमान मेघानीनगर के मेडिकल हॉस्टल परिसर पर गिरा।
सुरक्षा प्रोटोकॉल और राहत कार्य तेज
सिन्हा ने बताया कि 2:30 बजे रनवे बंद कर दिया गया और 5:00 बजे दोबारा खोला गया। 6 बजे तक आग पर काबू पा लिया गया था। गुजरात पुलिस, फायर डिपार्टमेंट, मेडिकल और स्वास्थ्य विभाग ने तत्परता से राहत कार्य शुरू किया। AI171 में 230 यात्री और 12 क्रू सदस्य सवार थे, जिनमें से 241 की मौत हो गई। एकमात्र यात्री जीवित बचा है।
ड्रीमलाइनर की सुरक्षा जांच शुरू
मंत्री नायडू ने बताया कि DGCA को देश में मौजूद सभी 34 ड्रीमलाइनर विमानों की गहन सुरक्षा जांच का निर्देश दिया गया है। इनमें से 8 विमानों की जांच पूरी कर ली गई है। उन्होंने कहा, “हमारा मानना है कि भारत के एविएशन सुरक्षा मानक आईसीएओ जैसी संस्थाओं द्वारा मान्य और सख्त हैं।”
DNA परीक्षण से शवों की पहचान
मृतकों की पहचान और शव परिजनों को सौंपने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके लिए डीएनए टेस्टिंग करवाई जा रही है। सरकार ने मृतकों के परिजनों को जल्द से जल्द शव सौंपने और संवेदनशील प्रक्रिया अपनाने का भरोसा दिलाया है।
मंत्री भावुक हुए, साझा किया निजी अनुभव
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मंत्री नायडू भावुक हो गए। उन्होंने कहा, “मैंने खुद अपने पिता को सड़क दुर्घटना में खोया है, इसलिए मैं इस दर्द को समझ सकता हूं।” उन्होंने कहा कि हादसे के तुरंत बाद सरकार सक्रिय मोड में आ गई थी और हर संभव मदद मुहैया करवाई जा रही है।
यह हादसा भारत की उड्डयन इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक बन गया है। जांच की निगाहें अब ब्लैक बॉक्स और उच्चस्तरीय समिति की रिपोर्ट पर हैं। सरकार ने स्पष्ट किया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा, और इस हादसे से सभी उड़ानों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की जाएगी।