National Herald Case: राहुल-सोनिया पर कार्रवाई से भड़की कांग्रेस, देशभर के ED दफ्तरों के बाहर विरोध प्रदर्शन

National Herald Case: राहुल-सोनिया पर कार्रवाई से भड़की कांग्रेस, देशभर के ED दफ्तरों के बाहर विरोध प्रदर्शन
नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में राहुल गांधी, सोनिया गांधी और कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा चार्जशीट दाखिल किए जाने के बाद देश की सियासत गरमा गई है। कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार पर बदले की भावना से कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए आज देशभर में ज़बरदस्त विरोध प्रदर्शन करने का एलान किया है।
कांग्रेस ने स्पष्ट रूप से कहा है कि यह विरोध प्रदर्शन पूरे देश के ईडी कार्यालयों के बाहर और जिला स्तर के केंद्रीय सरकारी दफ्तरों के बाहर शांतिपूर्ण ढंग से किया जाएगा। पार्टी के सभी प्रदेश और ज़िला इकाइयों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में इस प्रदर्शन को सफल बनाएं और सरकार की कथित तानाशाही रवैये का पुरज़ोर विरोध करें।
कांग्रेस का कहना है कि ईडी की कार्रवाई राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित है और इसका उद्देश्य विपक्ष की आवाज़ को दबाना है। पार्टी ने यह भी दोहराया कि वह न तो झुकेगी, न ही डरेगी, और न ही किसी तरह के दबाव में आएगी। कांग्रेस प्रवक्ताओं ने कहा है कि यह लड़ाई अब सिर्फ एक पार्टी की नहीं बल्कि लोकतंत्र की रक्षा की लड़ाई बन चुकी है।
पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि देश में लोकतांत्रिक संस्थाओं का दुरुपयोग चरम पर है और विपक्ष को निशाना बनाना अब केंद्र सरकार का स्थायी एजेंडा बन चुका है। उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड केस वर्षों पुराना है और इसमें कोई ठोस सबूत नहीं हैं, बावजूद इसके, केवल राजनीतिक फायदे के लिए ईडी का इस्तेमाल किया जा रहा है।
कांग्रेस का यह भी आरोप है कि देश में महंगाई, बेरोजगारी और आर्थिक अस्थिरता जैसे मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए केंद्र सरकार ऐसे मामलों को तूल दे रही है। पार्टी ने यह संकल्प लिया है कि वह “सत्य, न्याय और लोकतंत्र” के सिद्धांतों पर अडिग रहेगी और हर स्तर पर इसका बचाव करेगी।
अब सभी की निगाहें 16 अप्रैल पर टिकी हैं, जब कांग्रेस अपने हज़ारों कार्यकर्ताओं के साथ देश के हर कोने में केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ सड़क पर उतरेगी। यह प्रदर्शन न केवल कांग्रेस के लिए बल्कि पूरे विपक्ष के लिए एकजुटता दिखाने का मौका माना जा रहा है।